चोर कहानी की मूल संवेदना

चोर कहानी की मूल संवेदना जैनेंद्र द्वारा रचित “चोर” एक मनोवैज्ञानिक कहानी है । जैनेंद्र मनोविश्लेषणात्मक एवं बाल मनोवैज्ञानिक कथाकार …

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रस एवं रस के भेद

रस एवं रस के भेद

रस एवं रस के भेद   रस भारतीय काव्यशास्त्र में प्राचीन समय से समझा और परिभाषित किया जाता रहा है। …

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संध्या सुंदरी कविता का भावार्थ/मूल संवेदना

संध्या सुंदरी

संध्या सुंदरी कविता का भावार्थ/मूल संवेदना   संध्या सुंदरी कविता सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ द्वारा रचित एक अत्यंत चर्चित कविता है। …

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