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Mool Samvedna

आकाशदीप कहानी की मूल संवेदना/सारांश

June 14, 2025 by Dr. Sanju Sadaneera
आकाशदीप कहानी

आकाशदीप कहानी की मूल संवेदना/सारांश   जयशंकर प्रसाद हिंदी साहित्य के एक अत्यंत प्रतिभाशाली और ख्यातिलब्ध साहित्यकार हैं । उन्होंने …

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दिवस का अवसान समीप था कविता की मूल संवेदना

February 28, 2025 by Dr. Sanju Sadaneera
दिवस का अवसान

दिवस का अवसान समीप था कविता की मूल संवेदना   अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ हिंदी के एक बहुचर्चित कवि हैं। …

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निज भाषा उन्नति अहै कविता की व्याख्या

February 27, 2025 by Dr. Sanju Sadaneera

निज भाषा उन्नति अहै कविता की व्याख्या   निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल, बिनु निज भाषा-ज्ञान के, …

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चूरन अमल बेद का भारी गीत की व्याख्या/मूल संवेदना

February 25, 2025 by Dr. Sanju Sadaneera

चूरन अमल बेद का भारी गीत की व्याख्या/मूल संवेदना   चूरन अमल बेद का भारी। जिस को खाते कृष्ण मुरारी॥ …

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न को हार नह जित्त पद की व्याख्या

January 4, 2025 by Dr. Sanju Sadaneera

न को हार नह जित्त पद की व्याख्या   न को हार नह जित्त, रहेइ न रहहि सूरर्वर । घर …

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भई जु आनि अबाज आय सहाबुद्दीन सुर पद की व्याख्या

December 21, 2024 by Dr. Sanju Sadaneera

भई जु आनि अबाज आय सहाबुद्दीन सुर पद की व्याख्या   भई जु आनि अबाज, आय सहाबदीन सुर । आज …

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निकट नगर जब जान, जाय वरि विंद उभय मय पद की व्याख्या

December 16, 2024 by Dr. Sanju Sadaneera

निकट नगर जब जान, जाय वरि विंद उभय मय पद की व्याख्या   निकट नगर जब जान, जाय वरि विंद …

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बज्जिय घोर निसान रान चौहान चहुं दिस पद की व्याख्या

December 13, 2024 by Dr. Sanju Sadaneera

बज्जिय घोर निसान रान चौहान चहुं दिस पद की व्याख्या बज्जिय घोर निसान, रान चौहान चहुं दिस। सकल सूर सामंत, …

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उहै घरी उहि पलनि, उहै बिना पद की व्याख्या

December 6, 2024 by Dr. Sanju Sadaneera

उहै घरी उहि पलनि, उहै बिना पद की व्याख्या   उहै घरी उहि पलनि, उहै बिना यर उहै सजि । …

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सोधि जुगति कौ कन्त, कियौ तब चित्त चहुं दिस पद की व्याख्या

November 26, 2024 by Dr. Sanju Sadaneera

सोधि जुगति कौ कन्त, कियौ तब चित्त चहुं दिस पद की व्याख्या   सोधि जुगति कौ कन्त, कियौ तब चित्त …

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